देखो शास्त्री जी की तस्वीर। कितने सौम्य कितने वीर।। देखो शास्त्री जी की तस्वीर। कितने सौम्य कितने वीर।।
अर्श से बापू ने जब फर्श पे आकर, था रहना सदा को स्वीकार किया। अर्श से बापू ने जब फर्श पे आकर, था रहना सदा को स्वीकार किया।
शाश्वत सत्य सादगी अथाह कद छोटी कर्मठ बेमिसाल। शाश्वत सत्य सादगी अथाह कद छोटी कर्मठ बेमिसाल।
थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, झूम रहा था म थम सा गया हूँ मैं उन लम्हों में, जब उस हूर को देख लिया था इन आंखों ने, ...
ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया चैन है, नीं ज़िन्दगी इस तरह, मेरी पामाल है, मेरी हर चाल पर, उसकी इक चाल है। लुट गया...
लहर आती किनारे पर, हमेशा लौट जाती है किनारा यूँ खड़ा है और लहर कुछ कर न पाती है किनारे लहर आती किनारे पर, हमेशा लौट जाती है किनारा यूँ खड़ा है और लहर कुछ कर न पाती ह...